samagra shiksha abhiyan:-
देश में साक्षरता अनुपात को बढ़ाने और हर बच्चे को शिक्षा का अधिकार देने के लिए निरंतर प्रयास किए जाते हैं। इसके लिए सरकार विभिन्न योजनाओं को लागू करती है। हाल ही में सरकार ने नई शिक्षा नीति भी शुरू की है। इससे शिक्षा का स्तर बदल गया है। ऐसी ही एक योजना की जानकारी प्रदान करंगे। जिसका का नाम समग्र शिक्षा अभियान-2.0 है। इस योजना में शिक्षा के सभी आयाम शामिल हैं। इस लेख में हम इस अभियान से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे| जैसे इसका उद्देश्य, लाभ, विशेषताएं, कार्यान्वयन प्रक्रिया, पात्रता, महत्वपूर्ण दस्तावेज, आवेदन प्रक्रिया आदि। यदि आप इस अभियान से संबंधित जानकारी जानना चाहते है तो इस लेख को अंत तक पढ़ें|
samagra shiksha abhiyan 2024
Samargar Shiksha Abhiyan-2.0 को केंद्र सरकार ने मंजूरी दी है। 4 अगस्त 2021 को इसकी मंजूरी दी गई है। इस योजना में प्राइमरी स्कूल से बारहवीं कक्षा के सभी आयाम शामिल होंगे। हाल ही में जारी की गई शिक्षा नीति की सिफारिशों के अनुरूप यह योजना बनाई गई है। जिसमें शिक्षा संबंधी स्थायी विकास लक्ष्यों का भी समावेश है। आने वाले वर्षों में, समग्र शिक्षा अभियान-2.0 के तहत स्कूलों में बाल वाटिका, स्मार्ट कक्षा और प्रशिक्षित शिक्षकों की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा, रचनात्मक शिक्षण के तरीके, आधारभूत ढांचा और व्यवसायिक शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी। विध्यालो में विविध पृष्ठभूमि, बहुभाषी आवश्यकताओं और बच्चों की अलग-अलग क्षमताओं को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। इस योजना के माध्यम से शिक्षक भी पाठ्य सामग्री बनाएंगे। जिसके लिए प्रति छात्र ₹500 की राशि रखी गई है।
लेख का विषय | समग्र शिक्षा अभियान 2.0 |
आरंभ की गई | भारत सरकार द्वारा |
लाभार्थी | भारत के छात्र |
उद्देश्य | शिक्षा के स्तर में सुधार करना |
आधिकारिक वेबसाइट | samagrashiksha.in |
अभियान के अंतर्गत पंजाब के लिए प्रस्तावित की गई 1103 करोड़ रुपए की राशि
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने समग्र शिक्षा योजना के लिए 1102.91 करोड़ रुपए का बजट दिया है। पंजाब के लिए यह प्रावधान वित्तीय वर्ष 2022-23 में किया गया है। इस योजना का उद्देश्य राज्य में शिक्षा का स्तर सुधारना था। केंद्रीय और राज्य सरकारें इस रकम में 60:40 का हिस्सा साझा करेंगे। इस राशि में से 661.75 करोड़ रुपए केंद्रीय वित्त पोषण के लिए निर्धारित किए गए हैं, शेष 441.16 करोड़ रुपए प्रारंभिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा और अन्य पाठ्यक्रमों के लिए राज्य सरकार को मिलेंगे। मंत्रालय ने प्रारंभिक शिक्षा के लिए 707.73 करोड़ रुपये और माध्यमिक शिक्षा के लिए 378.62 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं।
राज्य शिक्षा अनुसंधान और परीक्षण परिषद और जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान दोनों के लिए 16.55 करोड़ रुपये भी प्रस्तावित किए गए हैं। परियोजना अनुमोदन बोर्ड की बैठक में राज्य सरकार द्वारा प्रस्तुत वार्षिक कार्य योजना और बजट के आधार पर अंतिम परिव्यय का निर्णय लिया जाएगा। मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन ने पंजाब के लिए 1126 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया है। जिसमें पिछले वर्ष से शेष 47.33 करोड़ रुपये शामिल हैं।
Samagra Shiksha Abhiyan-2.0 का कार्यान्वयन
सरकार ने एक प्रबंधन प्रणाली शुरू की है ताकि इस शिक्षा अभियान को लागू किया जा सके और स्कूली शिक्षा को बेहतर बनाया जा सके। जिस पर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भारत सरकार की विज्ञप्तियों, परिव्यय, Udise के अनुसार कवरेज, स्कूल वार सूची, स्कूल वार अंतराल, आदि की स्थिति की जांच करने की अनुमति है। इसके अलावा, राज्यों को इस सिस्टम के माध्यम से अपनी भौतिक और वित्तीय मासिक प्रगति रिपोर्ट ऑनलाइन देने की सुविधा भी मिलती है। इसके लिए एक डेटा विजुलाइजेशन डैशबोर्ड बनाया गया है। केंद्र शासित प्रदेश और राज्य द्वारा मासिक अपडेट के आधार पर यह डैशबोर्ड सिस्टम से डाटा एकत्रित करता है। इस सिस्टम का उद्देश्य योजना के कार्यान्वयन में पारदर्शिता लाना है और इसे बेहतर बनाना है।
समग्र शिक्षा अभियान-2.0 का उद्देश्य
शिक्षा के स्तर में सुधार करना समग्र शिक्षा अभियान का मुख्य लक्ष्य है। इसके अलावा, स्कूल से बारहवीं कक्षा के सभी आयामों को इस योजना के माध्यम से शामिल किया जाएगा, ताकि विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा दी जा सके। नई शिक्षा नीति की सिफारिशों के अनुरूप यह योजना भी बनाई गई है, जिससे नई नीति को लागू करने में भी मदद मिलेगी। Samarag Shiksha Abhiyan-2.0 को छह वर्ष तक लागू किया जाएगा। इस अभियान से स्कूल, बच्चे और शिक्षक विकसित होंगे। इस योजना के माध्यम से प्रशिक्षण कार्य, बाल वाटिका, सीखने की प्रक्रिया पर निगरानी और शिक्षकों की क्षमता का विकास भी किया जाएगा। इसके साथ ही शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन करने पर भी इस योजना के उद्देश्य में शामिल है।
लाभ तथा विशेषताएं
- केंद्र सरकार ने 4 अगस्त 2021 को समग्र शिक्षा अभियान शुरू किया है।
- इस अभियान में प्रीस्कूल से बारहवीं कक्षा के आयाम शामिल हैं।
- इस अभियान को नई शिक्षा नीति 2020 की सिफारिशों के अनुरूप शुरू किया गया है। जिसमें शिक्षा संबंधी स्थायी विकास लक्ष्यों का भी समावेश है।
- आने वाले वर्षों में अभियान के तहत स्कूलों में बाल वाटिका, स्मार्ट कक्षा और प्रशिक्षित शिक्षकों की व्यवस्था की जाएगी।
- इस अभियान के माध्यम से रचनात्मक शिक्षण के तरीके, व्यवसायिक शिक्षा और एक आधारभूत ढांचा भी बनाया जाएगा।
- विद्यालयों में विभिन्न पृष्ठभूमि, बहुभाषी आवश्यकताओं और बच्चों की अलग-अलग क्षमताओं पर जोर दिया जाएगा।
- शिक्षक पाठ्य सामग्री भी इस अभियान के माध्यम से तैयार की जाएगी जिसके लिए प्रति छात्र ₹500 की राशि रखी गई है।
- इस योजना को लागू करने में 2.94 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे।
- इसके अलावा, कस्तूरबा गांधी विश्वविद्यालय का विस्तार करना, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देना, बालिकाओं के होस्टल में सेनेट्री पैड की व्यवस्था आदि योजनाओं में शामिल हैं।
- 1 अप्रैल 2021 से 31 मार्च 2026 तक इस अभियान को चलाया जाएगा।
- केंद्र सरकार इस योजना के बजट में 1.85 लाख करोड़ रुपए देगी।
- इस योजना से लगभग 11.6 लाख स्कूल, 15.6 करोड़ बच्चे और 57 लाख शिक्षक लाभान्वित होंगे।
- सालाना छात्रों को परिवहन सुविधा राशि भी दी जाएगी। जो ₹6000 होगी।
- इस योजना में शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए भी कई प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल किए जाएंगे।
- इस योजना को लागू करने से शिक्षा का स्तर सुधरेगा।
समग्र शिक्षा अभियान-2.0 बजट
इस अभियान को पूरा करने में 2.94 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके अलावा, कस्तूरबा गांधी विश्वविद्यालय का बारहवीं कक्षा तक विस्तार करना, आंगनवाड़ी कर्मचारियों को प्रशिक्षण देना, बालिकाओं की हॉस्टल में सेनिट्री पैड की व्यवस्था करना आदि योजनाओं में शामिल हैं। 1 अप्रैल 2021 से 31 मार्च 2026 तक योजना लागू होगी। केंद्र सरकार 2.94 लाख करोड़ रुपये के बजट में से 1.85 लाख करोड़ रुपये की भागीदारी करेगी। Samarag Shiksha Abhiyan-2.0 से लगभग 11.6 लाख स्कूल, 15.6 करोड़ विद्यार्थी और 57 लाख शिक्षक लाभान्वित होंगे। इस योजना के माध्यम से प्रशिक्षण कार्य, बाल वाटिका, सीखने की प्रक्रिया पर निगरानी और शिक्षकों की क्षमता का विकास भी किया जाएगा। शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए भी विविध प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। सभी दूर से आने वाले विद्यार्थियों को मध्यम स्तर पर प्रतिवर्ष ₹6000 की परिवहन सुविधा भी दी जाएगी।
समग्र शिक्षा अभियान-2.0 के मुख्य तथ्य
- वार्षिक कार्य योजना- बजट प्रस्ताव पोर्टल के माध्यम से राज्य और केंद्र शासित प्रदेश जिलेवार वार्षिक कार्य योजना जमा कर सकते हैं। सिस्टम भी इन प्रस्तावों का ऑनलाइन मूल्यांकन करेगा और परियोजना अनुमोदन बोर्ड द्वारा दिए गए अंतिम अनुमोदन को पोर्टल पर फीड करेगा।
- स्वीकृति आदेश का ऑनलाइन सर्जन– आवश्यक अनुमोदन के बाद इस योजना से जुड़े सभी स्वीकृति आदेश ऑनलाइन प्रकाशित किए जाएंगे। भारत सरकार ने सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को एक ऑनलाइन auto-generated मेल भेजा जाएगा, जिसमें सभी संबंधित जानकारी उपलब्ध होगी।
- ऑनलाइन मासिक गतिविधियां– समग्र शिक्षा के सभी घटकों के लिए राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा गतिविधि वार प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।
- स्कूल वार प्रगति रिपोर्ट ऑनलाइन जमा करना– सामग्र शिक्षा के विभिन्न भागों में स्कूल वार कार्यक्रमों और निर्माण की वर्तमान स्थिति से संबंधित जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध कराई जा सकेगी।
- सक्रिय लॉगइन– सभी राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों के 740 जिले, 8100 ब्लॉक एवं 12 लाख स्कूल में जिला लॉगिन बनाया गया है।
Samagra Shiksha Abhiyan Login कैसे करें?
shiksha samagra login करने के लिए निचे दी गई प्रक्रिया का पालन करें:-
- सबसे पहले समग्र शिक्षा अभियान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- आपके सामने होम पेज खुल जाएगा|
- होम पेज पर लॉगइन के सेक्शन के अंतर्गत अपनी लॉगिन आईडी, पासवर्ड तथा कैप्चा कोड दर्ज करना होगा।
- अंत में लॉगिन के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इस प्रकार आप पोर्टल पर लॉगिन कर पाएंगे।
संपर्क विवरण
इस लेख में हमने shiksha samagra portal से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी साझा कर दी है यदि आप अभी भी कोई समस्या का सामना कर रहे है या आप इस पोर्टल से संबंधित अन्य कोई जानकारी जानना चाहते है तो निचे दिए गए नंबर पर सम्पर्क करके अपनी समस्या का समाधान प्राप्त कर सकते है| धन्यवाद!
- Address- Department of School Education & Literacy,, Ministry of Education, Shastri Bhawan, New Delhi.
- Helpline- +91-11-23765609
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