Prime Minister Research Fellowship Yojana | प्रधानमंत्री फेलोशिप रिसर्च योजना 2022 । Prime Minister Research Fellowship (PMRF) Scheme । कब होगी परीक्षा? | प्रधानमंत्री फेलोशिप योजना
Prime Minister Research Fellowship Yojana- देश में विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों में अनुसंधान की गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रधानमंत्री फेलोशिप रिसर्च योजना (पीएमआरएफ) तैयार की गई है। मोदी सरकार ने 2018 में प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप योजना शुरू की थी। आकर्षक फैलोशिप के साथ, योजना अनुसंधान में सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को आकर्षित करने का प्रयास करती है जिससे नवाचार के माध्यम से विकास की दृष्टि का एहसास होता है। जो संस्थान पीएमआरएफ की पेशकश कर सकते हैं, उनमें सभी आईआईटी, सभी आईआईएसईआर, भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु और कुछ शीर्ष केंद्रीय विश्वविद्यालय / एनआईटी शामिल हैं जो विज्ञान और / या प्रौद्योगिकी डिग्री प्रदान करते हैं।
Prime Minister Research Fellowship Yojana (PMRF) | |
आर्टिकल | प्रधानमंत्री फेलोशिप रिसर्च योजना |
विभाग | शिक्षा मंत्रालय |
उद्देश्य | पैसे की मदद या फैलोशिप देना |
लाभार्थी | छात्र |
आधिकारिक वेबसाइट | Click Here |
Prime Minister Research Fellowship Yojana 2022
माननीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने फेलोशिप के लाभ को ज्यादा से ज्यादा शोधकर्ताओं तक पहुंचे इसके लिए PMRF योजना में कई संशोधनों की घोषणा की है ताकि अधिक से अधिक छात्र इसका लाभ उठा सके । शिक्षा मंत्री ने गेट का स्कोर 750 से घटाकर 650 कर दिया गया है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान/ विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए आवश्यक गेट का स्कोर न्यूनतम 8 या समकक्ष सीजीपीए के अलावा 750 से घटाकर 650 कर दिया गया है।
क्या है Prime Minister Research Fellowship Yojana?
इस योजना के तहत सरकार हर साल प्रमुख संस्थानों के एक हजार सर्वश्रेष्ठ BTech विद्यार्थियों की पहचान करेंगे।उन्हें आईआईटी और भारतीय विज्ञान संस्थान में पीएचडी करने की सुविधा प्रदान करेंगे। छात्रों को एक अच्छी फेलोशिप रकम भी प्रदान की जाएगी।
To increase the uptake of the fellowship, several changes have been made in the selection process of Prime Minister’s Research Fellowship so that more number of students can avail the benefit under the Scheme: Union Human Resource Development Minister Ramesh Pokhriyal (File pic) pic.twitter.com/EbxG1MCRof
— ANI (@ANI) May 7, 2020
Prime Minister Research Fellowship Yojana का उद्देश्य
- इस योजना के अंतर्गत एक हजार BTech छात्रों को आइईआईटी और आईआईएससी में पीएचडी करने का अवसर प्रदान किया जाएगा।
- छात्रों को हर महीने सरकार की तरफ से कुछ आर्थिक मदद भी दी जाएगी।
- हायर डिग्री लेने में यह फेलोशिप काफी मददगार होगा।
- इस योजना के अंतर्गत जिन छात्रों ने आईआईटी या एनआईटी आदि से पिछले 5 वर्षों में BTech या इंटीग्रेटेड MTech या Msc कम से कम 8.0 CGPA के साथ पूरी की है या इनके आखरी साल में हैं उन्हें आईआईटी या आईआईएस में पीएचडी कार्यक्रम में सीधे एडमिशन दिया जायेगा।
- यह योजना मध्यम वर्गीय होनहार छात्रों के भविष्य को उज्ज्वल करेगी।
- उन योग्य उम्मीदवारों को लाभ प्रदान करना जो प्रौद्योगिकी और विज्ञान के क्षेत्र के लिए अनुसंधान क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं।
- नई वेब पोर्टल सेवाओं का उपयोग करते हुए उम्मीदवारों को कार्यक्रम के तहत तुरंत पंजीकरण की सुविधा भी होगी।
- नई ड्राइव प्रतिभा को आकर्षित करने के उद्देश्य से ली गई है और देश के व्यापक मंच से प्राथमिकता के आधार पर नई प्रतिभाओं को मौका दिया जा सकता है जो किसी विशेष राज्य या क्षेत्र और जाति तक सीमित नहीं है।
प्रधानमंत्री फेलोशिप रिसर्च योजना के लाभ
- छात्रों को मिलेगी 80,000 तक की फेलोशिप – इस योजना के तहत छात्रों को पहले दो वर्षों के लिए हर महीने 70,000 की फेलोशिप, तीसरे साल के लिए 75,000 रुपये और चौथे और पाँचवे साल में हर महीने 80,000 रुपये की फेलोशिप दी जाती है।
- विदेश यात्रा के लिए 2 लाख रुपये – प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप योजना के अंतर्गत पीएचडी करने वाले छात्रों को रिसर्च पेपर को पेश करने के लिए विदेशी यात्रा के खर्च को कवर करने के लिए 5 साल की अवधि के लिए हर फेलो 2 लाख रुपये का रिसर्च ग्रांट भी दिया जाता है। पिछले साल सरकार ने 7 सालों के लिए इस योजना की खातिर 1650 करोड़ रुपये आवंटित किये थे।
- गरीब छात्रों को लाभ – हमारे देश में बहुत गरीब बच्चे है जो पैसा न होने के कारण उच्च शिक्षा हासिल नहीं कर पाते। सरकार ने देश के होनहार बच्चों पैसे की कमी की वजह से पढ़ाई अधूरी न छोड़ने देने के लिए यह योजना शुरू की।
प्रधानमंत्री फेलोशिप रिसर्च योजना पात्रता
- कैंडिडेट को अपनी उच्च शिक्षा (अंडर ग्रेजुएट) पासिंग मार्क्स के साथ पूरी की होनी चाहिए, या फिर छात्र अंतिम वर्ष में होना चाहिए।
- कैंडिडेट पहले से एम।टेक प्रोग्राम (इंटीग्रेटेड) में 5 साल में नामांकित या पूरा किया हुआ होना चाहिए।
- कोई कैंडिडेट जो कि UGPG प्रोग्राम (under graduate-Post graduate) के डिग्री कोर्स के अंतर्गत पढ़ा हुआ है या पढ़ रहा हैं तो वो भी फ़ेलोशिप प्रोग्राम के लिए योग्यता रखता है।
- डॉक्टरेट फ़ेलोशिप प्रोग्राम केवल उन कैंडिडेट्स के लिए है जिन्होंने आई.आई.एस.सी, आई.आई.टी ,एन.आई.टी, आई.आई.एस.ई.आर से विज्ञान और टेक्नोलॉजी में पढाई की हो।
- कैंडिडेट ने सीजीपीए या सीपीआई में 10 में से कम से कम 8 स्कोर कर रखे हो।
- यदि कैंडिडेट 5 वर्षीय UGPG प्रोग्राम की पढाई कर रहा हैं, तो उसके पहले 4 साल के स्कोर भी प्रोग्राम की योग्यता में गिने जायेंगे।
Documents Required For Prime Minister Research Fellowship Yojana
प्रधान मंत्री अनुसंधान फैलोशिप योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज निम्नलिखित है।
- पासपोर्ट साइज़ फोटो
- अंतिम पूर्ण सेमेस्टर तक प्रतिलेख / प्रतिलिपि / मार्कशीट की प्रतिलिपि पीडीएफ
- सार पीडीएफ (1000 शब्द)
- प्रासंगिक पाठ्यचर्या Vitae (CV) की पीडीएफ
- एसबीआई कलेक्ट ई-रसीद का पीडीएफ
Click Here:- प्रधानमंत्री वय वंदना योजना पीएमवीवीवाई रजिस्ट्रेशन
छात्रवृति विवरण /Stipend Details
- प्रोग्राम के पहले 2 सालों में सरकार प्रत्येक कैंडिडेट को 70,000 रूपये हर महीने का छात्रवृति मिलेगा।
- तीसरे वर्ष के लिए प्रत्येक रजिस्टर्ड कैंडिडेट को 75,000 रूपये हर महीने छात्रवृति के दिए जायेंगे।
- 4th और 5वें वर्ष में हर कैंडिडेट को 80,000 रूपये की तनख्वाह मिलेंगे।
- इसके अलावा सरकार ने 10 लाख रूपये की ग्रांट पूरे 5 साल के लिए मतलब प्रति वर्ष 2 लाख रूपये की ग्रांट की भी घोषणा की हैं।
पढ़ाई के वर्ष | स्टाइपेंड राशि(हर महीने) | स्टाइपेंड राशि (प्रति वर्ष) | कुल |
1 | 70 हजार | 2 लाख | 10,40,000 |
2 | 70 हजार | 2 लाख | 10,40,000 |
3 | 75 हजार | 2 लाख | 11,00,000 |
4 | 80 हजार | 2 लाख | 11,60,000 |
5 | 80 हजार | 2 लाख | 11,60,000 |
कुल | 55 लाख |
प्रधानमंत्री फेलोशिप रिसर्च योजना शुल्क
- उम्मीदवार को आवेदन पत्र शुल्क के रूप में 1000 रुपये का भुगतान करना होगा।
- शुल्क का भुगतान सीधे उम्मीदवारों द्वारा ऑनलाइन वेब पोर्टल के माध्यम से किया जा सकता है।
- ऑनलाइन भुगतान मोड का चयन करने पर आपको SBI पोर्टल की ओर भेज दिया जाएगा, जहां नियम और शर्त से सहमत होने के बाद आप प्रत्यक्ष भुगतान कर पाएंगे।
- एक बार भुगतान किए जाने के बाद पीडीएफ प्रारूप के रूप में आपके संदर्भ के लिए एक ई-रसीद उत्पन्न की जाएगी।
- उम्मीदवारों को आवेदन पत्र पर संदर्भ संख्या प्रदान की जाएगी।
प्रधानमंत्री फेलोशिप रिसर्च योजना ऑनलाइन आवेदन
- उम्मीदवारों का चयन एक कठोर चयन प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा और उनके प्रदर्शन की समीक्षा एक राष्ट्रीय सम्मेलन के माध्यम से की जाएगी।
- उम्मीदवार जो डॉक्टरेट फेलोशिप प्रोग्राम के तहत पंजीकृत होना चाहते हैं, उन्हें पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा @ https://may2020.pmrf.in/
- होम पेज पर आपको “ऑनलाइन आवेदन करें” विकल्प का चयन करना होगा।
- आपको पंजीकरण फॉर्म की ओर पुनर्निर्देशित किया जाएगा जिसे विवरण के साथ भरना होगा।
- पंजीकरण फॉर्म को ऑनलाइन पूरा करे और फिर आधिकारिक रूप से अपने प्रासंगिक दस्तावेजों को अपलोड करे।
- एक बार दस्तावेजों को अपलोड करने के बाद फॉर्म जमा करना होगा।
- उम्मीदवारों के पास भविष्य के संदर्भ के लिए एक प्रिंट आउट कॉपी लेने का विकल्प भी है।
PMRF अनुदान संस्थान
- IISc, बेंगलुरु
- सभी IISERs
- सभी आई.आई.टी.
- जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
- हैदराबाद विश्वविद्यालय
- अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय
- जामिया मिलिया इस्लामिया
- दिल्ली विश्वविद्यालय
- राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, तिरुचिरापल्ली
Prime Minister Research Fellowship Yojana Helpline Number
वेबसाइट – https://may2019.pmrf.in/
हेल्पलाइन नंबर – +91-8330913053
ईमेल – [email protected]
NOTE- हमारी इस वेबसाइट का उद्देश्य आप तक सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओ की जानकारी पहुँचाना है। अगर आपको ये जानकारी सही लगे तो दूसरो के साथ भी साँझा कीजिये। कोई त्रुटि हो तो हमे जरूर बताए।