राजस्थान नवजात सुरक्षा योजना| Rajasthan Navjaat Suraksha Yojana | नवजात शिशु सुरक्षा योजना एप्लीकेशन फॉर्म | Navjaat Suraksha Yojana in Hindi |
भारत में नवजात शिशु की स्वास्थ्य एक महत्वपूर्ण चिंता है। हमारे भारत देश के अनुचित स्वास्थ्य प्रबंधन के कारण कुपोषण के गंभीर स्वास्थ्य की स्थिति के कारण कई नवजात बच्चों की मृत्यु हो जाती है । और अपर्याप्त स्वास्थ्य देखभाल के होने के कारण कई बच्चे की मृत्यु हो जाती है। जैसा की हम सब जानते ही हैं की एक नवजात शिशु को उचित पोषण के साथ साथ बहुत देखभाल की आवश्यकता होती है।
इसी बात को ध्यान में रखते हुवे राजस्थान सरकार ने राजस्थान नवजात सुरक्षा योजना या कंगारू मदर केयर योजना को शुरू करने की घोषणा 9 फरवरी 2020 को राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री श्री रघु शर्मा जी के द्वारा मएमएस मेडिकल कालेज के आडिटोरियम में आयोजित कंगारू मदर केयर कान्फ्रेंस के दौरान नवजात शिशुओं की बेहतर देखभाल के लिए की गयी है ।

राजस्थान नवजात सुरक्षा योजना 2023
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश में कम वजनी, कुपोषित और समय से पहले जन्मे नवजात शिशुओं की बेहतर देखभाल के लिए सरकार ‘नवजात सुरक्षा योजना’ लायी गयी है | उन्होंने कहा कि कंगारू मदर केयर पद्वति को भी ‘निरोगी राजस्थान’ का हिस्सा बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी भी नवजात की मौत ना हो इसके लिए जल्द ही ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया जाएगा. इस प्रोग्राम के लिए 77 मास्टर ट्रेनर्स तैयार किए जा चुके हैं, जो कि जिला और ब्लाॅक स्तर पर जाकर आमजन को ‘कंगारू मदर केयर’ के बारे में जागरूक करेंगे.
उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में लगाए जाने वाले स्वास्थ्य मित्रों को भी कंगारू मदर केयर का प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि प्रदेश में शिशु मृत्यु दर में और कमी लाई जा सके | हम आपको इस लाभकारी योजना के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्रदान करने जा रहे है हमारा आपसे निवेदन है की इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े ।
नवजात सुरक्षा योजना का विवरण राजस्थान | |
योजना | नवजात सुरक्षा योजना राजस्थान |
उद्देश्य | नवजात शिशुओं को स्वास्थ्य सुरक्षा |
शुरू की गयी | स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा जी के द्वारा |
लाभार्थी | राज्य के नवजात शिशु |
राजस्थान नवजात सुरक्षा योजना का उद्देश्य
राजस्थान नवजात सुरक्षा योजना को शुरू करने के पीछें सरकार के क्या उद्देश्य हैं
- इसे शुरू करने का एक ही मुख्य उद्देश्य हैं शिशु मृत्यु दर को कम करना।
- स्वस्थ नवजात को जन्म देंना तथा गर्भवती महिलाओं को संतुलित आहार उपलब्ध कराना।
- कुपोषण जैंसी महामारी से नवजात को बचाना व इस बीमारी को खत्म करना।
- गरीब परिवार की गर्भवती व नवजात को उचित सुविधा प्रदान करना।
- नवजात को अच्छी चिकित्सा सुविधा प्रदान करना।
जैसे की हम सब जानते है की भारत में ऐसे कई नवजात शिशु हैं जो स्वास्थ्य सही न होने के कारण जिनकी मौत हो जाती है। इसी बात को मध्यनज़र रखते हुवे राजस्थान सरकार ने कहा है की राज्य में किसी भी नवजात की मौत न हो इसके लिए इस योजना के तहत जल्दी ही प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया जाएगा।
राज्य में जन्म लेने वाले बच्चो के स्वास्थ्य का ध्यान रखकर, नवजात सुरक्षा योजना के ज़रिये उन नवजात बच्चों को सुरक्षा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी , जिससे नवजात शिशुओं की मृत्यु दर में कमी लाई जा सके |
नवजात सुरक्षा योजना के तहत नवजात शिशुओं को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदना करके नवजात शिशुओं को बेहतर स्वास्थ्य प्रदान करना । माँ और बच्चे के बीच निरंतर त्वचा से त्वचा का संपर्क रख कर स्वास्थ्य विभाग राजस्थान कंगारू मदर केयर तकनीक को बढ़ावा देगा |
राजस्थान नवजात सुरक्षा योजना के लाभ
Rajasthan Navjaat Suraksha Yojana को शुरू करने के अनेक लाभ हैं जैसे -:
- इससे राज्य के गरीब तबके के परिवार की गर्भवती महिलाओं को उचित आहार मिल सकेगा।
- कुपोषण जैंसी महामारी को राज्य में हारने में कामयाबी मिलेंगी।
- स्वस्थ नवजात शिशु पैंदा होगा।
- जिससे राज्य में नवजात शिशुओं की मृत्यु दर को कम किया जा सकेगा।
- अच्छी चिकित्सा सुविधा मिलने से लगातार हो रही शिशु मृत्यु दर को कम या रोका जा सकेगा।
- इस योजना के अंतर्गत नवजात शिशुओं पर अधिक ध्यान दिया जाएगा। जिससे नवजात शिशुओं को तुरन्त चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा सकेगी।
कंगारू मदर केयर क्या है?
- कंगारू मदर केयर वह तकनीक है, जिसमें बच्चे को मां के सीने से चिपका कर रखा जाता है, ताकि मां की शरीर की गर्माहट बच्चे तक ट्रांसफर हो पाए | मां का तापमान बच्चे को मिलने से बच्चे का तापमान स्थिर रहता है और उसे ठंडा बुखार होने की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है |
- चिकित्सा मंत्री ने कहा कि नवजातों के लिए ‘कंगारू मदर केयर’ बेहतरीन काॅन्सेप्ट है, जिसमें बिना किसी खर्चे के केवल ‘स्पर्श चिकित्सा’ के जरिए बच्चा बेहतर स्वास्थ्य पा सकता है |
- उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में शिशु मृत्यु दर में हालांकि कमी आई है | पहले जहां यह 41 प्रतिशत था वहीं अब 35 प्रतिशत रह गया है | आने वाले समय में इसे और भी कम किया जाएगा |
- सवाई मानसिंह मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. सुधीर भंडारी ने कंगारू मदर केयर केयर के बारे में बताते हुए मां की गोद को प्राकृतिक इन्क्यूबेटर बताया |
- उन्होंने कहा कि विज्ञान के अनुसार केएमसी काॅन्सेप्ट के जरिए ही बच्चे का संपूर्ण विकास होता है |
- यूनिसेफ के प्रतिनिधि ल्यूई डी ओक्वीने ने बताया कि अन्य राज्यों के मुकाबले राजस्थान में शिशु मृत्यु दर में कमी आई है | यूनिसेफ सरकार के साथ मिलकर केएमसी पद्वति पर काम करेगी और नवजातों की देखभाल में अहम भूमिका निभाएगी |
- कंगारू मदर केयर संस्थान के संस्थापक और अध्यक्षा डाॅ. शशि वाणी ने बताया कि संस्थान देश भर में ऐसी काॅन्फ्रेंस कर आमजन और डाॅक्टर्स में केएमसी के प्रति जागरूकता ला रही है |
नवजात सुरक्षा योजना के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया
- राजस्थान के जिन नागरिकों के नवजात शिशु कुपोषित है या कम वजन वाले है या समय से पहले पैदा हुए है और अगर वह Rajasthan Navjaat Suraksha Yojana का लाभ उठाना चाहते है और इस योजना के लिए आवेदन करना चाहते है तो उन नागरिकों को अभी थोड़ा और इंतज़ार करना होगा।
- क्योकि हाल ही में इस योजना को शुरू करने की घोषणा की गयी है जैसे ही इस योजना को पूरी तरह से शुरू किया जायेगा और इस योजना की ऑफिसियल वेबसाइट को आरम्भ किया जायेगा ।
- उसके बाद ही आप इस योजना के तहत अपने बच्चे को स्वास्थ्य सुरक्षा सुविधा प्रदान करने के लिए आवेदन कर सकते है हम इसकी जानकारी अपने इस लेख के द्वारा आप तक पंहुचा देंगे इसकी ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया को भी आपके साथ साझा कर देंगे ताकि आपको इस योजना का लाभ लेने में किसी भी तरह की परेशानियों का सामना करना न पड़े |
निष्कर्ष
- नवजात सुरक्षा योजना का मुख्य उद्देश्य शिशु मृत्यु दर (IMR) को कम करना और नवजात शिशुओं की देखभाल करना है। इसके अलावा, कंगारू मदर केयर पहल भी राज्य में शुरू की जाएगी।
- आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी कैसी लगी, हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं। किसी भी अन्य योजना के अधिक विवरण के लिए YojanaSarkari पर हमारे साथ जुड़े रहें, धन्यवाद।